UP Board Exam: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) ने वर्ष 2025 की दसवीं और बारहवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं के लिए केंद्र निर्धारण प्रक्रिया को प्रारंभ कर दिया है। यह प्रक्रिया यूपी बोर्ड परीक्षा को नकल विहीन और पारदर्शी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। 2024 की परीक्षाओं में हुई सकारात्मक प्रगति के आधार पर, इस बार भी बोर्ड ने परीक्षा केंद्र निर्धारण में सतर्कता और सटीकता का खास ध्यान रखा है।
UP Board Exam Center 2024
यूपी में 12th और 10th परीक्षा के एग्जामिनेशन सेंटर को लेकर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। परीक्षा केंद्र निर्धारण के लिए 25 सितंबर 2024 तक प्रधानाचार्यों को आवेदन करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके तहत प्रत्येक विद्यालय के प्रधानाचार्य को अपने विद्यालय के भौतिक संसाधनों का विवरण यूपी बोर्ड की official website पर upload करना होगा। इन संसाधनों में परीक्षा के लिए जरूरी सुविधाओं की पूरी जानकारी शामिल होगी, ताकि केंद्र निर्धारण में पारदर्शिता बनी रहे।
- New SSC GD Exam Pattern 2024: SSC GD की परीक्षा के पैटर्न में हुए ये बड़े बदलाव, जानें अब नेगेटिव मार्किंग में कितने कटेंगे अंक
- Board Exam Results 2024
इसके साथ ही जिलाधिकारी की ओर से तहसील स्तरीय समितियों का गठन किया गया है, जो परीक्षा केंद्रों के भौतिक संसाधनों की जाँच करेंगी। ये समितियां विद्यालयों के Geo लोकेशन का वेरिफिकेशन करेंगी और उनकी रिपोर्ट 15 अक्टूबर तक तैयार की जाएगी। 20 अक्टूबर तक यह रिपोर्ट online अपलोड की जाएगी, ताकि इसे सार्वजनिक रूप से देखा जा सके।
A Step For Fair Examination
यूपी बोर्ड हर साल यह सुनिश्चित करने के लिए नए कदम उठाता है कि परीक्षाएं नकल मुक्त और शुचितापूर्ण हों। पिछले वर्षों में केंद्र निर्धारण की प्रक्रिया में हुई सावधानियों के चलते नकल के मामलों में कमी आई है, और इस बार भी यही उम्मीद है कि परीक्षा प्रणाली को और मजबूत बनाया जाएगा।
छात्रों की संख्या के आधार पर बनाए जा रहे केंद्रों का विवरण 2 नवंबर तक website पर अपलोड किया जाएगा। केंद्रों की सूची जारी होने के बाद, 6 नवंबर तक किसी भी प्रकार की आपत्तियाँ दर्ज की जा सकती हैं। जिसमें छात्र, अभिभावक, प्रधानाचार्य और प्रबंधक अपने विचार और आपत्तियाँ पेश कर सकते हैं।
Timeline for Board Examination Center Report
इस पूरे प्रक्रिया को 28 नवंबर 2024 तक पूरा कर लिया जाएगा। यूपी बोर्ड सचिव भगवती सिंह और बोर्ड परीक्षा प्रभारी प्रदीप कुमार ने सभी जिलों के डीआईओएस (जिला विद्यालय निरीक्षक) को निर्देश दिए हैं कि वे इस पूरी प्रक्रिया की निगरानी करें और यह सुनिश्चित करें कि निर्धारित समयसीमा के भीतर सभी कार्य संपन्न हो जाएं।
यूपी बोर्ड का मुख्य उद्देश्य परीक्षाओं को पूर्ण रूप से नकल मुक्त बनाना है। इसके लिए राज्य स्तर पर पहले से ही कई तरह के कदम उठाए जा रहे हैं। परीक्षा केंद्रों के निर्धारण में भी इस बार खास ध्यान रखा जा रहा है ताकि कोई गड़बड़ी न हो और परीक्षा प्रणाली में पारदर्शिता बनी रहे।