8th Pay commission 2025: केंद्र सरकार ने जनवरी 2025 में 8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission) की घोषणा कर दी है। यह फैसला मौजूदा वेतन ढांचे के समाप्त होने से एक साल पहले लिया गया है, जो December 2025 में समाप्त हो जाएगा। इस निर्णय से देश के 50 लाख से ज्यादा केंद्रीय कर्मचारी और 65 लाख से अधिक पेंशनर्स की उम्मीदें बढ़ गई हैं। सभी को अब यह आस है कि आने वाले समय में उनकी सैलरी और पेंशन में अच्छा खासा इज़ाफा देखने को मिलेगा।
8th Pay commission सरकार ने आयोग की तैयारी शुरू की
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सरकार ने आयोग को लेकर सक्रियता दिखाई है और 42 अहम पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसमें चेयरपर्सन, सदस्य और सलाहकारों की नियुक्ति शामिल है। जब एक बार आयोग के Terms of Reference (ToR) तय हो जाएंगे, तब इसकी कार्यवाही औपचारिक रूप से शुरू हो जाएगी। इसके बाद आयोग वेतन, भत्ते और पेंशन से जुड़ी सिफारिशों पर काम करेगा।
क्या होता है फिटमेंट फैक्टर?
फिटमेंट फैक्टर वह गुणांक होता है जिससे मौजूदा बेसिक पे को गुणा कर नया वेतन तय किया जाता है। 7th pay commission में यह फैक्टर 2.57 रखा गया था। उदाहरण के तौर पर, अगर किसी कर्मचारी का बेसिक वेतन 10,000 रुपये था, तो उसे 2.57 के हिसाब से 25,700 रुपये सैलरी मिली।
अब अगर 8वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.86 कर दिया जाता है, तो कर्मचारियों की सैलरी में 15% से अधिक की बढ़ोतरी हो सकती है। आइए इसे उदाहरणों के जरिए समझते हैं।
उदाहरण के जरिए सैलरी में बढ़ोतरी को समझें:
बेसिक वेतन (पुराना) | वर्तमान सैलरी (2.57 के अनुसार) | नई संभावित सैलरी (2.86 के अनुसार) |
---|---|---|
₹10,000 | ₹25,700 | ₹28,600 |
₹20,000 | ₹51,400 | ₹57,200 |
₹30,000 | ₹77,100 | ₹85,800 |
₹40,000 | ₹1,02,800 | ₹1,14,400 |
इस प्रकार, फिटमेंट फैक्टर बढ़ने से सभी स्तरों के कर्मचारियों को सीधे तौर पर लाभ मिलेगा।
अभी क्या है स्थिति?
फिलहाल सरकार ने वेतन, भत्ते और पेंशन में बदलाव की कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है। लेकिन जिस तरह से आयोग की तैयारियाँ तेज़ी से चल रही हैं, उससे यह साफ है कि 2025 में बदलाव लागू किए जा सकते हैं।
कई कर्मचारी संगठनों ने यह भी मांग की है कि इस बार सभी स्तरों पर एक समान फिटमेंट फैक्टर रखा जाए, जिससे वेतन प्रणाली और अधिक पारदर्शी और सरल हो सके।
क्यों है यह बदलाव जरूरी?
महंगाई और जीवनयापन की बढ़ती लागत को देखते हुए यह जरूरी है कि वेतन ढांचे में समय-समय पर संशोधन हो। 8वां वेतन आयोग कर्मचारियों के लिए सिर्फ वेतन वृद्धि नहीं, बल्कि उनकी आर्थिक सुरक्षा और भविष्य को बेहतर बनाने का एक मौका है।
निष्कर्ष
8वें वेतन आयोग से करोड़ों कर्मचारियों और पेंशनधारकों को राहत मिलने की उम्मीद है। अगर फिटमेंट फैक्टर 2.86 तक बढ़ाया जाता है, तो उनकी सैलरी में अच्छी-खासी वृद्धि होगी। अब सबकी नजर सरकार के अगले कदम और आयोग की रिपोर्ट पर टिकी है।